Circle Rate (सर्किल रेट) :आजकल घर या ज़मीन खरीदना किसी सपने से कम नहीं लग रहा है, खासकर तब जब सर्किल रेट में अचानक बढ़ोतरी हो गई हो। अगर आप भी प्रॉपर्टी खरीदने की योजना बना रहे थे, तो ये बदलाव आपके बजट पर असर डाल सकते हैं। इस लेख में हम विस्तार से समझेंगे कि सर्किल रेट क्या होता है, यह कैसे बढ़ता है और इस बदलाव का आम लोगों पर क्या असर पड़ेगा।
Circle Rate : क्या होता है और यह क्यों बढ़ता है?
सर्किल रेट वह न्यूनतम दर होती है जिस पर सरकार किसी इलाके की प्रॉपर्टी का मूल्य निर्धारित करती है। इसका सीधा प्रभाव स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन शुल्क पर पड़ता है। सर्किल रेट के बढ़ने के पीछे कई कारण हो सकते हैं:
- बढ़ती मांग और सप्लाई में असंतुलन – यदि किसी इलाके में प्रॉपर्टी की मांग अधिक है लेकिन सप्लाई कम है, तो वहां का सर्किल रेट बढ़ जाता है।
- रियल एस्टेट बाजार में उछाल – यदि किसी शहर में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट हो रहा है, तो वहां की प्रॉपर्टी के दाम बढ़ते हैं और उसी के साथ सर्किल रेट भी।
- सरकारी नीतियां और टैक्स कलेक्शन – सरकार अधिक राजस्व जुटाने के लिए सर्किल रेट में बदलाव करती रहती है।
सर्किल रेट : आपके शहर में सर्किल रेट कितना बढ़ा?
हर राज्य और हर शहर में सर्किल रेट अलग-अलग होता है। हाल ही में सरकार द्वारा कई बड़े शहरों में सर्किल रेट में वृद्धि की गई है। आइए देखते हैं कुछ प्रमुख शहरों में हुए बदलाव:
शहर का नाम | पुराना सर्किल रेट (₹ प्रति वर्ग मीटर) | नया सर्किल रेट (₹ प्रति वर्ग मीटर) | वृद्धि (प्रतिशत में) |
---|---|---|---|
दिल्ली | 50,000 | 60,000 | 20% |
मुंबई | 75,000 | 90,000 | 20% |
लखनऊ | 30,000 | 38,000 | 26% |
जयपुर | 28,000 | 34,000 | 21% |
चंडीगढ़ | 35,000 | 42,000 | 20% |
इस बढ़ोतरी के कारण फ्लैट्स, प्लॉट्स और इंडिपेंडेंट हाउस की कीमतों में भी वृद्धि हुई है।
सर्किल रेट बढ़ने से आम आदमी पर क्या असर पड़ेगा?
अगर आप मध्यम वर्गीय परिवार से हैं और अपने सपनों का घर लेने की सोच रहे हैं, तो सर्किल रेट बढ़ने से आपकी जेब पर सीधा असर पड़ेगा। आइए देखते हैं कि इस बदलाव से आम लोगों को किन दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा:
- बजट बढ़ाना होगा – पहले जिस कीमत में आप 3BHK फ्लैट लेने की सोच रहे थे, अब हो सकता है कि आपको सिर्फ 2BHK ही मिले।
- होम लोन की राशि बढ़ेगी – बढ़े हुए सर्किल रेट के कारण प्रॉपर्टी की वैल्यू भी बढ़ जाएगी, जिससे लोन की राशि अधिक होगी और ईएमआई पर अतिरिक्त ब्याज देना पड़ेगा।
- स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस में इज़ाफा – उदाहरण के लिए, अगर किसी संपत्ति का पुराना सर्किल रेट 50 लाख था और अब वह 60 लाख हो गया है, तो आपको स्टांप ड्यूटी भी 60 लाख के हिसाब से देनी होगी।
- रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट महंगा हो जाएगा – जो लोग भविष्य के लिए प्रॉपर्टी इन्वेस्ट करना चाहते थे, उनके लिए यह एक बड़ा झटका साबित हो सकता है।
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क्या सर्किल रेट बढ़ने से प्रॉपर्टी के असली दाम भी बढ़ेंगे?
बहुत से लोग यह सोचते हैं कि अगर सर्किल रेट बढ़ रहा है, तो बाजार में प्रॉपर्टी की कीमतें भी बढ़ जाएंगी। लेकिन ऐसा हमेशा नहीं होता। कई मामलों में, जब सरकार सर्किल रेट बढ़ाती है, तो रियल एस्टेट बाजार में मंदी आ सकती है क्योंकि:
- खरीददारों की संख्या घट जाती है – जब कीमतें ज्यादा होती हैं, तो बहुत से लोग खरीदारी टाल देते हैं।
- डिवेलपर्स को दिक्कत होती है – बिल्डर्स और डिवेलपर्स को अपनी अनसोल्ड प्रॉपर्टी को बेचने में मुश्किलें आती हैं।
- डील्स पर असर पड़ता है – अक्सर देखा जाता है कि लोग सर्किल रेट से कम कीमत पर ही प्रॉपर्टी खरीदते हैं, लेकिन सरकार की बढ़ी हुई दरें इस ट्रेंड को प्रभावित कर सकती हैं।
क्या अब प्रॉपर्टी खरीदना समझदारी होगी?
अगर आप घर खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए:
1. अच्छी लोकेशन चुनें
- ऐसे इलाकों में निवेश करें जहां भविष्य में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट की संभावना है।
- नए मेट्रो प्रोजेक्ट्स और हाइवे कनेक्टिविटी वाले क्षेत्रों में निवेश करने से अच्छा रिटर्न मिल सकता है।
2. होम लोन ऑफर्स की तुलना करें
- अलग-अलग बैंकों से लोन की ब्याज दरों की तुलना करें।
- कोशिश करें कि कम ब्याज दर वाले लोन को प्राथमिकता दें।
3. डीलर और बिल्डर्स से सही मोलभाव करें
- कई बार बिल्डर्स सर्किल रेट बढ़ने के बाद छूट भी देते हैं, इसलिए मोलभाव करने से बचत हो सकती है।
4. रीसेल प्रॉपर्टी पर विचार करें
- नई प्रॉपर्टी की तुलना में रीसेल प्रॉपर्टी थोड़ी सस्ती हो सकती है और आप इसमें अच्छा सौदा कर सकते हैं।
क्या अभी प्रॉपर्टी खरीदना सही होगा?
अगर आप लंबे समय के लिए घर खरीद रहे हैं और आपका बजट तैयार है, तो सर्किल रेट बढ़ने के बावजूद आपको सही जगह निवेश करने में हिचकिचाना नहीं चाहिए। हालांकि, यदि आपका बजट सीमित है, तो कुछ समय के लिए इंतजार करना बेहतर हो सकता है, ताकि बाजार स्थिर हो सके।
सारांश:
- सर्किल रेट बढ़ने से प्रॉपर्टी खरीदना महंगा हो गया है।
- होम लोन, स्टांप ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन फीस भी बढ़ेगी।
- खरीदारी करने से पहले बाजार का विश्लेषण करें और सही निर्णय लें।
- यदि बजट अनुमति देता है, तो लोकेशन और फ्यूचर ग्रोथ को ध्यान में रखकर निवेश करें।
अब आपके पास पूरी जानकारी है कि सर्किल रेट बढ़ने से क्या प्रभाव पड़ सकता है और इस समय प्रॉपर्टी खरीदना सही होगा या नहीं। अगर आप भी प्रॉपर्टी खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह समय सही प्लानिंग का है!
Is this Circle rate applied to all estate in India???? If it is per meter on land or land and houses? ? Can circle rate be paid later to the Govt?? Or at the time of Stamp duty & Registration time?? Please expand and and elaborate….