Gorakhpur-Shamli Expressway (गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे ) : उत्तर प्रदेश में इन्फ्रास्ट्रक्चर के विकास को एक नई ऊंचाई देने के लिए सरकार ने गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे को मंजूरी दी है। यह एक्सप्रेसवे करीब 750 किलोमीटर लंबा होगा और इसके बनने से उत्तर प्रदेश के 22 जिलों को सीधा फायदा मिलेगा। यह न केवल यात्रा को सुगम बनाएगा बल्कि व्यापार, खेती, और रोजगार के नए अवसर भी खोलेगा। आइए विस्तार से जानते हैं इस एक्सप्रेसवे के बारे में।
Gorakhpur-Shamli Expressway : एक परिचय
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के प्रमुख जिलों को आपस में जोड़ने के लिए बनाया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पूर्वांचल से लेकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश तक एक सीधा और तेज़ रास्ता उपलब्ध कराना है।
- लंबाई: 750 किलोमीटर
- प्रमुख जिले: गोरखपुर, संत कबीर नगर, बस्ती, अयोध्या, बाराबंकी, लखनऊ, हरदोई, शाहजहांपुर, बदायूं, मुरादाबाद, अमरोहा, मेरठ, शामली आदि
- कनेक्टिविटी: यह एक्सप्रेसवे अन्य प्रमुख हाईवे और एक्सप्रेसवे जैसे पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गंगा एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे से जुड़ा होगा।
- यात्रा समय में कमी: इस एक्सप्रेसवे से यात्रा में लगने वाला समय करीब 30-40% तक घटेगा।
किन 22 जिलों को होगा फायदा?
यह एक्सप्रेसवे सीधे 22 जिलों से होकर गुजरेगा और इन जिलों की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देगा। यहां उन जिलों की सूची दी गई है जिन्हें इसका सीधा लाभ मिलेगा:
जिला | लाभ |
---|---|
गोरखपुर | व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा |
संत कबीर नगर | खेती और फूड प्रोसेसिंग को बढ़ावा |
बस्ती | स्थानीय उत्पादों का सुगम परिवहन |
अयोध्या | धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा |
बाराबंकी | व्यापार और उद्योग को फायदा |
लखनऊ | तेज़ यात्रा और कारोबार में वृद्धि |
हरदोई | छोटे व्यापारियों को नया बाजार |
शाहजहांपुर | लॉजिस्टिक्स और वेयरहाउसिंग का विस्तार |
बदायूं | किसान उत्पादों की बेहतर मार्केटिंग |
मुरादाबाद | पीतल उद्योग को नया बाजार |
अमरोहा | स्थानीय कारोबार को बढ़ावा |
मेरठ | इंडस्ट्रियल ग्रोथ और कनेक्टिविटी में सुधार |
शामली | हरियाणा और दिल्ली से जुड़ाव आसान |
किसानों और व्यापारियों को क्या होगा फायदा?
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे केवल यात्रा का समय कम करने के लिए नहीं, बल्कि किसानों और व्यापारियों के लिए भी बड़ा अवसर साबित होगा।
- किसानों को मिलने वाले फायदे:
- मंडियों तक फसल पहुंचाने में आसानी होगी।
- फल, सब्जियों और डेयरी उत्पादों के ट्रांसपोर्ट पर खर्च कम होगा।
- बड़े शहरों तक सीधी कनेक्टिविटी मिलने से किसानों को अच्छे दाम मिलेंगे।
- खराब होने वाले सामानों (पेरिशेबल गुड्स) की डिलीवरी तेज़ होगी।
व्यापारियों को मिलने वाले फायदे:
- छोटे व्यापारियों को नए बाजार मिलेंगे।
- लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट सेक्टर में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
- दिल्ली और अन्य राज्यों से व्यापार करना आसान होगा।
- नए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर विकसित होंगे, जिससे फैक्ट्रियों को फायदा होगा।
यात्रा समय में कितनी होगी बचत?
इस एक्सप्रेसवे के बनने से अलग-अलग शहरों के बीच यात्रा समय में भारी कटौती होगी। नीचे कुछ उदाहरण दिए गए हैं:
यात्रा मार्ग | मौजूदा समय | एक्सप्रेसवे के बाद समय |
---|---|---|
गोरखपुर से लखनऊ | 6 घंटे | 3.5 घंटे |
लखनऊ से मेरठ | 7 घंटे | 4 घंटे |
मेरठ से शामली | 2 घंटे | 45 मिनट |
गोरखपुर से दिल्ली | 12 घंटे | 7.5 घंटे |
यह आंकड़े बताते हैं कि एक्सप्रेसवे के बाद सफर न केवल तेज़ होगा, बल्कि यात्रियों का समय और खर्च भी बचेगा।
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एक्सप्रेसवे से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें
- ईको-फ्रेंडली टेक्नोलॉजी: सड़क निर्माण में ऐसी टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे पर्यावरण पर कम प्रभाव पड़े।
- रोड सेफ्टी: हाईवे पर अत्याधुनिक कैमरे, मेडिकल इमरजेंसी सुविधाएं और पुलिस पेट्रोलिंग की व्यवस्था होगी।
- इंडस्ट्रियल ग्रोथ: इस एक्सप्रेसवे के आसपास नए इंडस्ट्रियल ज़ोन विकसित होंगे, जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा।
- टोल प्लाजा और सुविधाएं: यात्रियों की सुविधा के लिए जगह-जगह टोल प्लाजा, पेट्रोल पंप और रेस्ट एरिया बनाए जाएंगे।
स्थानीय लोगों के जीवन पर क्या असर पड़ेगा?
यह एक्सप्रेसवे केवल सरकार की योजना नहीं बल्कि स्थानीय लोगों के जीवन को भी बदलने वाला प्रोजेक्ट है। इसका असर तीन प्रमुख क्षेत्रों पर पड़ेगा:
1. रोजगार के नए अवसर
- निर्माण के दौरान हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा।
- एक्सप्रेसवे के आसपास होटल, ढाबे, पेट्रोल पंप, वेयरहाउस जैसी सुविधाएं विकसित होंगी, जिससे स्थानीय रोजगार बढ़ेगा।
- ट्रांसपोर्ट और लॉजिस्टिक्स सेक्टर में भी रोजगार के मौके बढ़ेंगे।
2. शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच
- दूरदराज के गांवों में रहने वाले लोगों को बेहतर शिक्षा संस्थानों तक पहुंच मिलेगी।
- बड़े अस्पतालों तक मरीजों की एंबुलेंस तेजी से पहुंच सकेगी।
3. रियल एस्टेट और प्रॉपर्टी वैल्यू में इजाफा
- जिन जिलों से यह एक्सप्रेसवे गुजरेगा, वहां जमीन और प्रॉपर्टी की कीमतों में उछाल आएगा।
- लोग इन इलाकों में निवेश करने में रुचि दिखाएंगे।
गोरखपुर-शामली एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा। यह न केवल यात्रा को आसान बनाएगा बल्कि रोजगार, व्यापार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा देगा। इससे किसानों, व्यापारियों, यात्रियों और स्थानीय लोगों को सीधा फायदा मिलेगा।
अगर आप यूपी में रहते हैं और इस एक्सप्रेसवे का कोई फायदा उठा सकते हैं, तो अभी से अपनी योजनाएं बनाना शुरू करें। आने वाले वर्षों में यह प्रोजेक्ट आपकी जिंदगी में भी नई संभावनाएं ला सकता है।