NPS vs UPS : बुढ़ापा बेफिक्र जीना है? एक महीने में 1 लाख रुपए की पेंशन के लिए कितनी बचत व निवेश जरूरी

(NPS vs UPS) : बुढ़ापा एक ऐसा पड़ाव है जहाँ आराम, सम्मान और वित्तीय स्वतंत्रता सबसे ज्यादा मायने रखती है। आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में, अगर हमने पहले से रिटायरमेंट की योजना नहीं बनाई, तो आगे चलकर आर्थिक समस्याएं हमारे सुखद जीवन में बाधा बन सकती हैं। यही कारण है कि नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) और यूनिवर्सल पेंशन स्कीम (UPS) जैसे विकल्पों पर विचार करना ज़रूरी हो जाता है। लेकिन सवाल यह है कि अगर आप रिटायरमेंट के बाद हर महीने 1 लाख रुपए की पेंशन चाहते हैं, तो आपको अभी से कितनी बचत और निवेश करना होगा? इस लेख में हम इसी सवाल का विस्तृत विश्लेषण करेंगे।

NPS और UPS : कौन-सी योजना आपके लिए बेहतर है?

नेशनल पेंशन स्कीम (NPS) क्या है?

NPS भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक रिटायरमेंट योजना है, जिसमें आप अपनी नौकरी के दौरान हर महीने या सालाना निवेश कर सकते हैं। रिटायरमेंट के बाद आपको एकमुश्त रकम और नियमित पेंशन दोनों मिलती हैं।

NPS के फायदे:

  • कर में छूट (80C और 80CCD(1B) के तहत)
  • लॉन्ग टर्म कंपाउंडिंग से अधिक रिटर्न
  • रिटायरमेंट के बाद आजीवन पेंशन की सुविधा

NPS के नुकसान:

  • 60 साल की उम्र से पहले पूरी राशि नहीं निकाल सकते
  • निवेश का एक हिस्सा इक्विटी में जाता है, जिससे रिस्क रहता है

यूनिवर्सल पेंशन स्कीम (UPS) क्या है?

UPS एक निजी कंपनियों द्वारा चलाई जाने वाली पेंशन योजना होती है, जिसमें निवेशक अपनी सुविधा के अनुसार प्लान चुन सकते हैं। यह पारंपरिक पेंशन प्लान की तरह काम करता है और इसमें गारंटीड रिटर्न मिलता है।

UPS के फायदे:

  • फिक्स्ड इनकम और रिटर्न की गारंटी
  • मैच्योरिटी पर पूरी राशि निकालने का विकल्प
  • मार्केट रिस्क कम

UPS के नुकसान:

  • NPS की तुलना में कम रिटर्न
  • कर में छूट सीमित

1 लाख रुपये की मासिक पेंशन के लिए कितनी बचत करनी होगी?

अब यह समझते हैं कि 1 लाख रुपये की मासिक पेंशन पाने के लिए NPS और UPS में कितना निवेश करना होगा। मान लेते हैं कि आपकी रिटायरमेंट की उम्र 60 साल है और आप 30 साल की उम्र से निवेश शुरू कर रहे हैं। इसके आधार पर हमने निम्नलिखित गणना की है:

निवेश योजनारिटर्न (अनुमानित)मासिक निवेश (30 साल की उम्र से)60 की उम्र पर अनुमानित पेंशन
NPS (Market-Linked)10-12%₹10,000-₹12,000₹1,00,000+
UPS (Fixed Pension Plan)6-8%₹15,000-₹18,000₹1,00,000

ऊपर की तालिका से साफ़ है कि NPS में निवेश कम करना पड़ेगा लेकिन इसमें जोखिम ज्यादा रहेगा, जबकि UPS एक सुरक्षित विकल्प है लेकिन इसके लिए ज्यादा निवेश करना होगा।

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कैसे करें सही योजना का चयन?

1. रिस्क उठाने की क्षमता को समझें

अगर आपको मार्केट रिस्क से डर नहीं लगता और आप अधिक रिटर्न चाहते हैं, तो NPS बेहतर विकल्प हो सकता है। लेकिन अगर आप गारंटीड रिटर्न चाहते हैं, तो UPS आपके लिए सही रहेगा।

2. टैक्स सेविंग का फायदा उठाएं

  • NPS में 80C और 80CCD(1B) के तहत ₹2 लाख तक की छूट मिलती है।
  • UPS में कर छूट सीमित होती है, लेकिन मैच्योरिटी पर टैक्‍सेशन कम हो सकता है।

3. अन्य विकल्पों पर भी ध्यान दें

  • PPF और EPF जैसी योजनाओं को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करें।
  • म्यूचुअल फंड SIP के जरिए भी रिटायरमेंट फंड बनाया जा सकता है।

रियल लाइफ उदाहरण: कौन-सी योजना किसके लिए सही है?

केस स्टडी 1: रोहित (35 वर्ष, प्राइवेट जॉब)

रोहित एक आईटी प्रोफेशनल हैं, जो हर महीने ₹15,000 निवेश करने को तैयार हैं। वे रिस्क लेने में सहज हैं, इसलिए उन्होंने NPS चुना। अगर वे 25 साल तक निवेश जारी रखते हैं, तो उन्हें ₹1 लाख मासिक पेंशन मिल सकती है।

केस स्टडी 2: सुरेश (40 वर्ष, बिजनेसमैन)

सुरेश एक व्यापारी हैं और वे अपने रिटायरमेंट के लिए सुरक्षित निवेश चाहते हैं। उन्होंने UPS को चुना और हर महीने ₹20,000 निवेश करना शुरू किया। उन्हें 60 की उम्र में लगभग ₹1 लाख मासिक पेंशन मिलने की संभावना है।

क्या आपको NPS या UPS चुनना चाहिए?

अगर आप ज्यादा रिटर्न और टैक्स सेविंग चाहते हैं, तो NPS एक अच्छा विकल्प है। लेकिन अगर आपको गैर-जोखिम भरा और गारंटीड रिटर्न चाहिए, तो UPS बेहतर रहेगा।

मेरी सलाह:

अगर आप 30-35 की उम्र में निवेश शुरू कर रहे हैं, तो NPS के साथ एक बैलेंस्ड पोर्टफोलियो बनाएं और साथ ही PPF या म्यूचुअल फंड SIP में भी निवेश करें। अगर आपकी उम्र 40 के पार है, तो सुरक्षित विकल्पों की ओर बढ़ना सही रहेगा।

आपकी वित्तीय योजना अभी से मजबूत होगी, तो बुढ़ापा बेफिक्र और खुशहाल रहेगा!

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